* जहां तक मेरा सवाल है, मैं बस इतना जानता हूं कि मैं कुछ नहीं जानता।
* शादी या ब्रह्मचर्य, आदमी चाहे जो भी रास्ता चुन ले, उसे बाद में पछताना पड़ता है।
* चाहे जो हो जाए शादी कीजिए, अगर अच्छी पत्नी मिली तो आपकी जिंदगी खुशहाल रहेगी, अगर बुरी पत्नी मिलेगी तो आप दार्शनिक बन जाएंगे।
* मित्रता करने में धीमे रहिए, पर जब कर लिजिए तो उसे मजबूती से निभाईए और उस पर स्थिर रहिए।
* मृत्यु संभवतः मानवीय वरदानों में सबसे महान है।
* खाने और सोने का समय जीवन नहीं है, जीवन का नाम है सदैव आगे बढ़ने की लगन का।
* दुर्वचन पशुओं तक को अप्रिय लगते हैं।
* भाग्य को कोसते वही हैं जो कर्महीन हैं।
* मनुष्य अपने अनुमान से अधिक शक्ति-संपन्न होता है।
* जहां-जहां समझपूर्वक आग्रह, खींचतान व पकड़ छूटती जाएगी वहां-वहां मुक्ति का प्रत्यक्ष अनुभव होगा।
* मोक्ष में जाना हो तो सरल होना पड़ेगा, वहां टेढ़े रहेंगे तो नहीं चलेगा।
* बुद्धि आज की कमाई है, आज 'एक्सपीरीयन्स' (अनुभव) है जब कि अक्ल 'कुदरती बख्शीश' है।
* विचार ही व्यक्ति को महान बनाते हैं और विचार ही नीचे गिराते हैं।
* अभाव (गरीबी) मनुष्य को करुणाहीन - दयाहीन बना देता है।
* भले ही लड़ लेना-झगड़ लेना, पिट जाना-पीट देना। मगर बोल-चाल बंद मत करना। क्योंकि बोलचाल के बंद होते ही सुलह के सारे रास्ते बंद हो जाते हैं।
* हर आदमी लंबा जीवन जीने की ख्वाहिश रखता है। लेकिन किसी की तमन्ना नहीं होती कि लंबी उम्र पाकर वह बूढ़ा भी हो।
SARAL VICHAR
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