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सुकरात के अनमोल वचन | SUKRAT KE ANMOL VACHAN | Socrates' Precious Words In Hindi By Saral Vichar

सुकरात के अनमोल वचन | SUKRAT KE ANMOL VACHAN | Socrates' Precious Words In Hindi By Saral Vichar



* एक इमानदार आदमी हमेशा एक बच्चा होता है। 

* हर व्यक्ति की आत्मा अमर होती है। लेकिन जो व्यक्ति नेक होते हैं उनकी आत्मा अमर और दिव्य होती है।

 * जहां तक मेरा सवाल है, मैं बस इतना जानता हूं कि मैं कुछ नहीं जानता। 

* शादी या ब्रह्मचर्य, आदमी चाहे जो भी रास्ता चुन ले, उसे बाद में पछताना पड़ता है।

* चाहे जो हो जाए शादी कीजिए, अगर अच्छी पत्नी मिली तो आपकी जिंदगी खुशहाल रहेगी, अगर बुरी पत्नी मिलेगी तो आप दार्शनिक बन जाएंगे।

* मित्रता करने में धीमे रहिए, पर जब कर लिजिए तो उसे मजबूती से निभाईए और उस पर स्थिर रहिए।

* मृत्यु संभवतः मानवीय वरदानों में सबसे महान है। 

* खाने और सोने का समय जीवन नहीं है, जीवन का नाम है सदैव आगे बढ़ने की लगन का।

*  दुर्वचन पशुओं तक को अप्रिय लगते हैं। 

* भाग्य को कोसते वही हैं जो कर्महीन हैं।

*  मनुष्य अपने अनुमान से अधिक शक्ति-संपन्न होता है।

*  जहां-जहां समझपूर्वक आग्रह, खींचतान व पकड़ छूटती जाएगी वहां-वहां मुक्ति का प्रत्यक्ष अनुभव होगा।

* मोक्ष में जाना हो तो सरल होना पड़ेगा, वहां टेढ़े रहेंगे तो नहीं चलेगा। 

* बुद्धि आज की कमाई है, आज 'एक्सपीरीयन्स' (अनुभव) है जब कि अक्ल 'कुदरती बख्शीश' है।

* विचार ही व्यक्ति को महान बनाते हैं और विचार ही नीचे गिराते हैं।

* अभाव (गरीबी) मनुष्य को करुणाहीन - दयाहीन बना देता है। 

 * भले ही लड़ लेना-झगड़ लेना, पिट जाना-पीट देना। मगर बोल-चाल बंद मत करना। क्योंकि बोलचाल के बंद होते ही सुलह के सारे रास्ते बंद हो जाते हैं।

* हर आदमी लंबा जीवन जीने की ख्वाहिश रखता है। लेकिन किसी की तमन्ना नहीं होती कि लंबी उम्र पाकर वह बूढ़ा भी हो।

SARAL VICHAR

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