कर्म करने से पहले यह तय कर लेना कि पछतावा होगा या प्रसन्नता प्राप्त होगी। जो हम दूसरों को देंगे वह…
Read more »एक औरत को हर समय कुछ खाने की आदत थी। उसके घर में श्राद्ध था। देवरानियों व जेठानियों ने सोचा कि यदि …
Read more »(आज की भाषा में आप उन्हें वैज्ञानिक कह सकते हैं।) भास्कराचार्य बहुत बड़े गणितज्ञ थे। इनका जन्म…
Read more »नहीं छोड़ते कर्म... मादा बिच्छू की मृत्यु बहुत ही दु:खदायी रूप में होती है। मादा बिच्छु जब बच्च…
Read more »जो चीज होने वाली है उसे जानना ज्योतिष का चक्कर कहलाता है। आप फिल्म देख रहे है अगर आपको कोई उसक…
Read more »बचपन से ही साधु वासवानी के मन में प्रकृति के लिए प्रेम था। वे प्रायः शाम को घर के पास वाली झील के …
Read more »मेरे प्यारे भाईयों और बहनों! गुरुदेव साधु वासवानीजी हमेशा अपने पास दो शास्त्र रखते थे। एक श्रीम…
Read more »एक राजा रोज सोचता कि रोज २-३ लोगों को फांसी लगनी ही चाहिए। वह किसी न किसी कारण प्रजा के लोगों को फ…
Read more »सेवा भाव से कार्य सुगंधित हो जाता है कोई किसी से मिले तो बातचीत में यह सवाल सामान्य है कि आप क…
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