ईश्वरचंद विद्यासागर एक करुणामय और परोपकारी व्यक्ति थे। एक बार उन्हें पता चला कि जयराज नामक दानवीर…
Read more »* शूर वही है जो जितेन्द्रिय है। (बहादुर वह है जिसके पास होश है।) बुद्ध का एक भिक्षु आनंद पूछने लगा-…
Read more »एक बार यमराज शक्ल बदलकर तीर्थ स्थल में खड़े हुए थे। एक इंसान वहाँ आया, स्नान किया, गंगा से बाहर …
Read more »भारत में नशा तेजी से बढ़ रहा है। आपको जानकर आश्चर्य होगा कि करीबन 10 करोड़ से अधिक लोग ड्रग्स लेते …
Read more »एक साधु था, वह रोज घाट के किनारे चिल्लाया करता था, 'जो चाहोगे सो पाओगे।' बहुत से लोग वह…
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