मनुष्य खाली रहना नहीं चाहता। उसे शून्य से डर लगता है। उसे कुछ न कुछ पकड़ना ही है — चाहे दुख ही क्य…
Read more »यह बहुत ज्यादा पुरानी बात नहीं है। एक दिन एक महिला मेरे पास आंखों में आंसू भरकर आई और रोते हुए कहने…
Read more »हमीदन बी हमारे मोहल्ले की चलती-फिरती बातों की पिटारी थी। सांवला गठा हुआ शरीर ठिगना कद, मामूली नाक-न…
Read more »आप लोग गुब्बारे को जानते हैं। गुब्बारे में हवा भरो तो वह खेलने लायक बन जाता है पर उसमें अगर बहुत ज्…
Read more »एक फकीर एक वृक्ष के नीचे ध्यान करता था। रोज एक लकड़हारे को लकड़ी काटते ले जाते देखता था । एक दिन उस…
Read more »1. पूछने वाला 1 मिनट के लिए मूर्ख बनता है और हमेशा के लिए सीख जाता है और जो नहीं पूछता वह हमेशा के …
Read more »Copyright (c) 2025 SARAL VICHAR Website Designed By IMAGINE DIGITAL All Right Reseved
Social Plugin