- Artist is Joao Borges.. चारों ओर विषैली गंध फैली थी। भीड़ मुँह ढके सारा मंजर चुप चाप देख और सुन रह…
Read more »बच्चे को स्कूल और 'इनको' दफ्तर भेज, मैंने बाल्टी उठाई और बाहर लॉन में आ गई। गीले कपड़े सुख…
Read more »जिंदगी ( कविता ) लौट जाता हूं, वापिस घर की तरफ, हर रोज थका-हारा आज तक समझ नहीं आया.. कि काम करने …
Read more »क्यों हम बड़े हो गए... कभी स्कूल जाने से डरते थे, आज अकेले दुनिया घूम लेते हैं। पहले फर्स्ट आने के…
Read more »हर खुशी है लोंगों के दामन में, पर एक हंसी के लिए वक्त नहीं। दिन रात दौड़ती दुनिया में, जिंदगी के…
Read more »हमारा यह जीवन क्षणभंगुर कहलाता है। जीवन की स्थिति बिल्कुल ऐसी ही है जैसे पेड़ों पर लगे पत्ते टूट कर…
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