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श्री श्री रविशंकर जी के अनमोल वचन | PRICELESS WORDS OF SRI SRI RAVI SHANKAR | SARAL VICHAR


श्री श्री रविशंकर जी के अनमोल वचन

श्री श्री रविशंकर जी के अनमोल वचन |  PRICELESS WORDS OF SRI SRI RAVI SHANKAR - www.saralvichar.in

• जीवन में आनेवाली मुसीबतों के लिए हमें हमेशा तैयार रहना चाहिए। क्योंकि जीवन में सुख है तो सुख के बाद दुःख अवश्य आएगा। दिन के बाद रात आती है, अंधेरा है तो उजाला जरुर आएगा, उसी तरह सुख है तो दुःख और दुःख है तो सुख अवश्य आएगा।

• हमें जो चीज पसंद है उसे पाने के लिए हमें पैसा या वक्त खर्च करना पड़े तो हमें वह अवश्य खर्च करना चाहिए, क्योंकि जिंदगी हमें एक बार मिलती है। क्या पता? दुबारा उन चीजों के लिए हमारे पास वक्त और पैसा ही न रहे ।

• अक्सर देखा जाता है कि लोग बहुत से काम दूसरों की वजह से नहीं कर पाते । हमेशा सोचते हैं कि लोग क्या कहेंगे? लोगों को छोड़िए। अगर हमें नाचना नहीं आता है तो भी जी भरके नाचिए। क्योंकि नाचने से अपने आप को जो खुशी मिलेगी वह कोई दूसरा नहीं दे सकता ।

• दिल खोलकर हंसिए। हंसने से आधी से अधिक बिमारियां, तनाव खत्म हो जाते हैं।

• कुछ लोग अपना फोटो नहीं खिचवाते । उन्हें लगता है कि उनका फोटो अच्छा नहीं आएगा । किंतु हमें उस वक्त बच्चों की तरह बन जाना चाहिए। जब कभी हम अकेले अपना फोटो देखते हैं तो खुद पर हंसी जरुर आएगी । वह खुशी कोई आपको नहीं दे सकता ।

• हमें जीवन का हर पल खुशी से जीना चाहिए। क्यों बेकार में तनाव लेकर हम खुशी के माहौल को खराब करें। हंसी -खुशी से रहने का नाम ही जिंदगी है ।

• जब हमारे पास बहुत काम होता है तो भी काम से घबराना नहीं चाहिए। कामों को हंसते हुए करते रहें । तनाव लेकर काम करने से बनता काम भी बिगड़ सकता है। जब हमें विश्राम मिले तब भी हमें खुश रहना चाहिए, उस समय फिर काम की चिंता नहीं करनी चाहिए।

• जो कुछ भी हमें मिले, उसमें हमें खुश रहना चाहिए। खाने में पनीर नहीं है तो दाल खाकर भी खुश रहना चाहिए।

• अगर बड़ी-बड़ी गाड़ियां नहीं है या सुख-सुविधा के साधन नहीं है तो पैदल चलने में भी खुश होना चाहिए। दुःखी रहने से हमें ये चीजें नहीं मिल जाएंगी, ऐसा सोचकर हमें आगे बढ़ते रहना चाहिए। जिससे हम मिल नहीं सकते, उसकी आवाज सुनकर भी हमें खुश होना चाहिए। आजकल तो सभी संसाधन मौजूद हैं । किसी से ना मिलने का हमें दुःख नहीं करना चाहिए।

 

 

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