केंद्रित रहिए।
सुकरात दिन में मशाल जलाकर चलते थे। लोग कहते थे कि क्या
कर रहे हो? वे कहते थे कि जिंदा आदमी को ढूंढ रहा हूं....
क्योंकि लोग जहां पर
जिस जगह पर होते हैं वहां उनका ध्यान ना होकर बाकी सब जगह पर होता है। शरीर
तो वहीं होता है पर मन कहीं और होता है।
वह लोग ईश्वर के आनंद से जुड़ते
हैं जिन्हें केंद्रित (फोकस ) रहना आ गया । वे लोग क्षण क्षण में जीते हैं,
एक-एक पल को जीते हैं और परमात्मा को भी पा सकते हैं।
* आप कुछ नहीं जानते इस बात का ज्ञान ही केवल सत्य ज्ञान है।
* वैसा जीवन जिसमे परीक्षाएँ न ली गयी हों, जीने योग्य नहीं है।
* जो व्यक्ति अपने पास होने वाली चीजों से संतुष्ट नहीं है, वह भविष्य में मिलने वाली चीजों से भी संतुष्ट नहीं होगा।
* दूसरों के लेख द्वारा स्वयं को बेहतर बनाने
में अपना समय दें, ताकि आप आसानी से वह हासिल कर सकें, जिसके लिए दूसरों
ने कड़ी मेहनत की है।
* मैं किसी को कुछ भी नहीं पढ़ा सकता मैं केवल उन्हें सोचने पर मजबूर कर सकता हूँ।
* मूल्यहीन लोग मात्र खाने और पीने के लिए जीते हैं; मूल्यवान व्यक्ति मात्र जीवित रहने के लिए खाते-पीते हैं।
*सिर्फ जीना नहीं बल्कि सही तरह से जीना मायने रखता है।
*खुद को तलाशने के लिए अपने लिए सोचे।
*सभी मानव आशीर्वादों में मृत्यु सबसे बड़ा आशीर्वाद हो सकती है ।
SARAL VICHAR
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