अपने लोगों की रक्षा करें क्योंकि वही आपका असली धन है।
आंसुओं से भरी आंखों को पूछने के लिए अपनों का होना जरूरी है खुशियां मनाने के लिए भी अपनों की जरूरत होती है। कोई हमारी प्रशंसा करें। कोई हमारी पीठ थपथपाए। तब भी किसी अपने की जरूरत होती है।अपने लोग आसानी से नहीं मिलते। दिल में प्यार हो, स्नेह हो, सम्मान हो, किसी के लिए आत्मीयता हो.. तब ही अपने लोग मिलते हैं।
ऑनलाइन के जमाने में सब कुछ घर पर ही उपलब्ध है। सब्जी, किराना, खाना.. सब एक क्लिक पर घर बैठे मिल जाता है। लेकिन एक चीज है जो कभी आपको ऑनलाइन नहीं मिलती, अपने दिल का हाल हम किसी अपने को ही बता सकते हैं। वह ऑनलाइन नहीं मिलते।
इसीलिए पैसे के साथ-साथ अपने लोगों को जोड़ना और उनकी रक्षा करना सीखें। मान-अपमान, भेदभाव, क्रोध, द्वेष, ईर्ष्या को त्याग कर रिश्तों के अटूट बंधन को बांधना सीखें।
रिश्तो को निभाने के लिए कभी-कभी रिश्ते में झुकना भी पड़े तो झुक जाएं। रिश्ते बने रहेंगे तो हम सच में अमीर होंगे।
अपने रिश्तो को जोड़ कर रखना बहुत मुश्किल भी नहीं है। थोड़ी सी दूसरों की फिकर करने, जरा सा औरों के बारे में सोचने से रिश्ता कभी नहीं टूटेगा।
एक छोटा सा फोन कॉल सच में बहुत ही आनंद देता है। हमें भी और सामने वाले को भी।
सच पूछो तो अकेले रहने में क्या मजा है? अपनों का साथ ना हो तो जिंदगी एक सजा है।
जब हमारे लोग हमारे साथ होते हैं तो बड़ी से बड़ी बात भी छोटी लगती है। किसी बात की उदासी और डिप्रेशन भी नहीं होता और हमारा जीवन भी खूबसूरत हो जाता है।
इसीलिए अपने लोगों से अपने रिश्तों से वैसा ही व्यवहार कीजिए जो आप चाहते हैं कि वे लोग आपसे करें।
राहत भी अपनों से मिलती है, और चाहत भी अपनों से मिलती है, अपनों से कभी रुठना नहीं, क्योंकि मुस्कुराहट भी अपनों से मिलती है । अपनों का साथ ना हो तो जिंदगी एक सजा है। जब अपने लोग हमारे साथ होते हैं तो बड़ी से बड़ी बात भी छोटी लगती है।
रिश्तो को भी हम कैटेगरी में बांध लेते हैं। कड़वी है पर सच है ससुराल और मायका.... अलग-अलग तरीके से रिश्ते निभाए जाते हैं।
यदि आप यह याद रखेंगे कि आपने किसी के लिए कितना किया। इसके बजाय यदि आप यह याद रखेंगे कि किसी ने आपके लिए कितना किया तो जीवन जीना ज्यादा आसान हो जाएगा।
हम अपने रिश्तों को कैसे मजबूत कर सकते हैं:
- समय निकालें और अपने प्रियजनों के साथ बिताएं।
- उनकी बातें ध्यान से सुनें और उनके विचारों और भावनाओं का सम्मान करें।
- उनके लिए हर संभव मदद करें।
- उन्हें प्यार और समर्थन दें।
- माफ करने के लिए तैयार रहें।
- आपके घर के चारों और काँटेदार तार की बाड़ है तो आपको सावधान रहना पड़ता है कि कहीं उससे चोट ना लग जाए, कपड़े न फट जाएं, बच्चों पर विशेष ध्यान रखना पड़ता है कि उससे उन्हें कहीं चोट न लग जाए।
यानि कि जो बाड़ आपकी रक्षा करती है उससे कुछ असुविधाएं भी आपको होती ही हैं, कुछ स्वतंत्रता भी आपकी छीनती है, कुछ असुविधा भी होती है, लेकिन हमारी रक्षा भी यही करते हैं, हमारा अस्तित्व भी इन्हीं से बचा हुआ है। वह बाड़ हमारे रिश्ते हैं।
- हम दुनिया से अलग नहीं। यदि 200 लोग हमारे साथ हैं तो हम एक युद्ध जीत सकते हैं अगर हम 200 लोगों के साथ हैं तो हम अनेक युद्ध जीत सकते । जरूरी नहीं कि युद्ध हथियारों से ही किया जाए। अपने साथ हो तो कई मुश्किलें आसान हो जाती हैं।
- मौन और मुस्कान...दोनों का इस्तेमाल कीजिए। मौन रक्षा कवच है... तो मुस्कान स्वागत द्वार।
- मौन से जहाँ कई मुसीबतों को पास फटकने से रोका जा सकता है.. तो मुस्कान से कई मसलों का हल निकाला जा सकता है।
Apane Logon Kee Raksha Karen Kyonki Vahee Aapaka Asalee Dhan Hai.
Aansuon Se Bharee Aankhon Ko Poochhane Ke Lie Apanon Ka Hona Jarooree Hai Khushiyaan Manaane Ke Lie Bhee Apanon Kee Jaroorat Hotee Hai. Koee Hamaaree Prashansa Karen. Koee Hamaaree Peeth Thapathapae. Tab Bhee Kisee Apane Kee Jaroorat Hotee Hai.
Apane Log Aasaanee Se Nahin Milate. Dil Mein Pyaar Ho, Sneh Ho, Sammaan Ho, Kisee Ke Lie Aatmeeyata Ho.. Tab Hee Apane Log Milate Hain.
Online Ke Jamaane Mein Sab Kuchh Ghar Par Hee Upalabdh Hai. Sabjee, Kiraana, Khaana.. Sab Ek clik Par Ghar Baithe Mil Jaata Hai. Lekin Ek Cheej Hai Jo Kabhee Aapako Online Nahin Milatee, Apane Dil Ka Haal Ham Kisee Apane Ko Hee Bata Sakate Hain. Vah Online Nahin Milate. Iseelie Paise Ke Saath-saath Apane Logon Ko Jodana Aur Unakee Raksha Karana Seekhen.
Maan-apamaan, Bhedabhaav, Krodh, Dvesh, Eershya Ko Tyaag Kar Rishton Ke Atoot Bandhan Ko Baandhana Seekhen. Rishto Ko Nibhaane Ke Lie Kabhee-kabhee Rishte Mein Jhukana Bhee Pade To Jhuk Jaen.
Rishte Bane Rahenge To Ham Sach Mein Ameer Honge. Apane Rishto Ko Jod Kar Rakhana Bahut Mushkil Bhee Nahin Hai. Thodee See Doosaron Kee Phikar Karane, Jara Sa Auron Ke Baare Mein Sochane Se Rishta Kabhee Nahin Tootega.
Ek Chhota Sa Phone call Sach Mein Bahut Hee Aanand Deta Hai. Hamen Bhee Aur Saamane Vaale Ko Bhee. Sach Poochho To Akele Rahane Mein Kya Maja Hai?
Apanon Ka Saath Na Ho To Jindagee Ek Saja Hai. Jab Hamaare Log Hamaare Saath Hote Hain To Badee Se Badee Baat Bhee Chhotee Lagatee Hai.
Kisee Baat Kee Udaasee Aur Depression Bhee Nahin Hota Aur Hamaara Jeevan Bhee Khoobasoorat Ho Jaata Hai. Iseelie Apane Logon Se Apane Rishton Se Vaisa Hee Vyavahaar Keejie Jo Aap Chaahate Hain Ki Ve Log Aapase Karen.
Raahat Bhee Apanon Se Milatee Hai, Aur Chaahat Bhee Apanon Se Milatee Hai, Apanon Se Kabhee Ruthana Nahin, Kyonki Muskuraahat Bhee Apanon Se Milatee Hai .
Yadi Aap Yah Yaad Rakhenge Ki Aapane Kisee Ke Lie Kitana Kiya. Isake Bajaay Yadi Aap Yah Yaad Rakhenge Ki Kisee Ne Aapake Lie Kitana Kiya To Jeevan Jeena Jyaada Aasaan Ho Jaega.
SARAL VICHAR
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