एक व्यक्ति कम बोलता है लेकिन तेजी से बोलता है - इसका अर्थ है कि वह एक गोपनीय व्यक्तित्व वाला शख्स है जो ज्यादातर बातें अपने तक ही सीमित रखता है।
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कोई रो नहीं सकता - इसका अर्थ है कि वह इंसान भावनात्मक रूप से कमजोर है। रोना व्यक्ति को कमजोर नहीं बल्कि भावनात्मक रूप से मजबूत बनाता है।
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एक व्यक्ति बहुत सोता है - इसका अर्थ है कि यह अंदर ही अंदर घुट रहा है और किसी बात से दुखी है।
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जो व्यक्ति खाना जल्दी खाता है, वह अक्सर असंतुष्ट या अधीर होता है।
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जो व्यक्ति अपनी चीजें व्यवस्थित रखता है, वह संगठित और नियंत्रित प्रवृत्ति वाला होता है।
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जो व्यक्ति बहुत मुस्कुराता है, जरूरी नहीं कि वह हमेशा खुश हो, यह अक्सर भीतर की असुरक्षा या कठिनाइयों को छुपाने का तरीका होता है।
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जो व्यक्ति सकारात्मक सोचता है और छोटे-छोटे कार्यों में खुश रहता है, वह मानसिक रूप से संतुलित और खुशमिजाज होता है।
ज्यादा आंखों में आंखें डालकर बात करने वाला – आत्मविश्वासी दिखता है लेकिन कई बार वह अपने डर या असुरक्षा को छुपा रहा होता है।
बहुत देर तक किसी की आंखों में न देखने वाला – या तो शर्मीला होता है या आत्मविश्वास की कमी महसूस करता है।
बहुत ज्यादा हंसने वाला व्यक्ति –वह भीतर की तकलीफ या अकेलेपन को छुपाने की कोशिश कर सकता है।
बहुत चुप रहने वाला व्यक्ति - वह ज्यादा सोचता है और ज्यादा महसूस करता है, लेकिन कम शब्दों में सब बयां करता है।
जो व्यक्ति दूसरों की मदद बिना किसी स्वार्थ के करता है - अक्सर उसे खुद भी मानसिक सहयोग की जरूरत होती है लेकिन वह दिखाता नहीं।
बहुत देर तक मोबाइल या स्क्रीन में देखने वाला व्यक्ति – वह असल दुनिया से बचने की कोशिश कर रहा हो सकता है।
बहुत तेज चलने वाला व्यक्ति - उसका दिमाग हमेशा भविष्य या अगले काम की चिंता में रहता है।
जो व्यक्ति हमेशा सबको खुश रखने की कोशिश करता है - वह अक्सर खुद अंदर से टूटा हुआ या थका हुआ होता है।
हमेशा ज्यादा बोलने वाला व्यक्ति - वह अपने डर, ग़ुस्से या अकेलेपन को शब्दों में निकालने की कोशिश करता है।
बहुत ज्यादा नोट्स, प्लान या टू-डू लिस्ट बनाने वाला व्यक्ति - वह अपने जीवन में कंट्रोल बनाए रखने की कोशिश कर रहा होता है।
जो व्यक्ति जल्दी-जल्दी फैसले लेता है - वह अक्सर ज़्यादा इमोशनल और रिस्की नेचर का होता है।
जो व्यक्ति छोटी-छोटी बातों पर भी आभारी (thankful) होता है - वह मानसिक रूप से ज़्यादा खुश और संतुलित होता है।
जो लोग देर रात तक जागते रहते हैं - वे अक्सर क्रिएटिव होते हैं और उनके दिमाग में बहुत से विचार चलते रहते हैं।
जो लोग सोशल मीडिया पर ज्यादा एक्टिव रहते हैं - वे अक्सर वास्तविक जीवन में ध्यान या मान्यता (recognition) की तलाश में रहते हैं।
जो व्यक्ति हमेशा व्यस्त रहने की कोशिश करता है - वह किसी आंतरिक दर्द या समस्या से बचने की कोशिश कर रहा होता है।
जो लोग हर बात पर ज्यादा हंसते हैं - वे अक्सर अपने दुख और तनाव को छुपाने के लिए ऐसा करते हैं।
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