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सफलता क्या है? | SAFALTA KYA HAI | WHAT IS SUCCESS? | SARAL VICHAR

 सफलता क्या है?

सफलता क्या है?  |  SAFALTA KYA HAI |  WHAT IS SUCCESS? - www.saralvichar.in


सफलता का अर्थ यह नहीं कि कुछ चीजें इकट्ठी कर ली। जैसे प्रापटी, कार, बैंक-बैंलेंस। कुछ चीजें इकट्ठी करने के लिए बस भागते रहे। भागते रहे। और जो चीजें नहीं हैं हमारे पास, उनको सोच-सोचकर रोते रहे। ये सफलता नहीं है। ये सिर्फ दिखावा है, ढोंग है। असली सफलता वह है जो आप कुछ ऐसा कर जाओ कि हर चीज गंवाने के बाद भी आप हंसते-हंसते मर सको। वो है असली सफलता।

 Nothing is Difficult?

हर परिवार में  कोई न कोई ऐसा होता है जिनके पास राय (सलाह) लेने के लिए लोग आते हैं। हम उन्हें राय साहब कह सकते हैं ।  एक बार मैं भी किसी के पास राय लेने के लिए गया। उस भाई-साहब ने मुझसे १० बातें पूछी कि अगर ये बात आएगी तो तुम क्या करोगे? ये हालात आएंगे तो तुम क्या करोगे?
मैं भी तैयारी करके गया था कि ये ये करुंगा। तब वे भाई-साहब चिढ़ गए। बोले- तू बच्चा है, तू नहीं कर पाएगा।

मैं ने कहा- क्यों नहीं हो सकता? हो सकता है।
 वे भाई- साहब गुस्सा हो गए। बोले कहना आसान है, करना मुश्किल। 

मैं आप लोगों से पूछता हूं- आप लोगों ने कितनी बार ये शब्द सुने होंगे।

हमने मुश्किल शब्द कितनी बार सुना होगा। मुश्किल है, मुश्किल है । सुनकर बाद में आप कहोगे कि नामुमकिन है। हो ही नहीं सकता।

मुश्किल एक ऐसी पतली रस्सी है जो हाथी को भी वश में कर सकती है। वह हाथी उस रस्सी को तोड़ सकता है किंतु बचपन में जब हाथी छोटा था तब उसे जंजीर से बांधते थे। वह उस जंजीर को चाहकर भी नहीं तोड़ पाता था। उसके दिमाग में बड़े होकर भी ये ही बातें रहती हैं।

 
अभी जो रस्सी उसके पैरों में बंधी हुई है वह उसे तोड़ सकता है। बल्कि उससे कहीं ज्यादा ताकत उसमें होती है। किंतु वह रस्सी तोड़ता नहीं है। वह कोशिश ही नहीं करता।

अगर कोई उस हाथी के पास जाए, उसके कान में कहे कि ये रस्सी तू तोड़ सकता है। एक बार कोशिश करके तो देख ।

बस, ऐसा ही होता है। हमें किसी ने कहा कि मुश्किल है और हम मानकर बैठ गए। हमने कभी कोशिश ही नहीं की कि मैं ये काम कर सकता हूं।
  believe  टूटने में वक्त ही कितना लगता है ?

 कितनी ही बातें जो सदियों से हम मानते आए है। लोग ये मानते थे कि धरती चपटी है। फिर एक वैज्ञानिक जिसने कुछ साल पहले कहा कि धरती गोल है, तो एक सेकंड भी नहीं लगा। सच सामने आया तो झूठ टूट गया। ऐसे ही सारे believe झूठ के ऊपर बने हुए हैं। एक-एक करके ये सारे टूट जाएंगे। बस हमें इस मुश्किल शब्द को सरल मानकर अपने जीवन को भी सरल बनाना है।

-ओमकार जैन

 

SARAL VICHAR 

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