* मेरे एक दोस्त ने कहा कि मेरी पत्नी सोचती
है कि मैं उसे प्यार नहीं करता। आप कहेंगे- कम्यूनिकेशन गैप होगा या वो प्यार का इजहार नहीं कर पा रहा होगा।
नहीं....।
इमानदारी से सोचिए अगर वो सोचती है कि वो प्यार नहीं करता तो सच में वो प्यार नहीं करता।
एक छोटा सा बच्चा जो सिर्फ कुछ दिनों का है वो आपकी बॉडी लैंग्वेज, आपकी आंखों को पहचान लेता है कि आप उसे प्यार कर रहे हैं या डांट रहे हैं तो बड़े लोग क्यों नहीं समझेंगे। अगर आप चाहते हैं कि लोग समझे कि आप उन्हें प्यार करते हैं तो सच में प्यार किजिए।
प्यार एक ऐसा एहसास है जो शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता। अगर आप किसी से सच्चा प्यार करते हैं, तो आप उसे अपने शब्दों, अपने व्यवहार और अपने कार्यों से जरूर बताएंगे। अगर आपके दोस्त की पत्नी को लगता है कि वह उसे प्यार नहीं करता, तो इसका मतलब है कि वह उसे सच्चा प्यार नहीं करता। एक बच्चा भी आपके प्यार को आपकी बॉडी लैंग्वेज और आंखों से पहचान सकता है, तो बड़े लोग क्यों नहीं पहचान सकते? अगर आप किसी से सच्चा प्यार करते हैं, तो उसे ज़ाहिर करें।
* सफलता उन्हें मिलती है जिन्हें चुनौतियों का सामना करने की ताकत है। चुनौतियाँ उन्हें मिलती हैं जिनके पास सपने होते हैं। सोना भी आग में तपता है तब मंहगा जेवर बनकर बाजार में बिकता है। हीरा भी जब तराशा जाता है तब उसकी चमक दिखाई देती है। वरना अगर आप बिना तराशे हीरे को देखोगे तो कोयले और हीरे में फर्क नहीं कर पाओगे। पत्थर भी अपने ऊपर हथौड़े और छेनी की मार सहन करता है। तब वो मूर्ति बनता है और लोग मंदिरों में उसकी पूजा करते हैं।
सफलता उन लोगों को मिलती है जो चुनौतियों का सामना करने से नहीं डरते। सफलता पाने के लिए आपको अपने सपनों को पूरा करने के लिए कड़ी मेहनत करनी होगी। सोना, हीरा और पत्थर भी चुनौतियों का सामना करते हैं। सोना आग में तपता है, हीरा तराशा जाता है और पत्थर पर हथौड़े और छेनी से प्रहार किया जाता है। चुनौतियों का सामना करने से ही हम सफलता प्राप्त कर सकते हैं।
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प्रसन्नता आपकी सोच में है। कोई एक फूल से खुश हो जाता है। कोई एक करोड़
से भी खुश नहीं होता। ये आपके ऊपर है। क्या हो गया अगर पिता नहीं, मां तो
है। क्या हो गया बहन नहीं, भाई तो है। बच्चे तो हैं| अगर बिमार हैं तो मामूली
बुखार ही है। कैंसर तो नहीं। कैंसर है तो भी ठीक है, ईश्वर ने हमें इंसान
तो बनाया जानवर तो नहीं। हर बात में प्रसन्नता खोज लो। हर बात में खुश हो
जाओ।
प्रसन्नता एक मानसिक स्थिति है। यह आपकी सोच पर निर्भर करती है। अगर आप नकारात्मक सोचते हैं, तो आप कभी भी प्रसन्न नहीं हो सकते। अगर आप सकारात्मक सोचते हैं, तो आप हर चीज़ में खुशी खोज सकते हैं। अगर आपके पास कुछ नहीं है, तो भी आप खुश रह सकते हैं। अगर आपके पास सब कुछ है, तो भी आप खुश नहीं रह सकते। इसलिए, हर चीज़ में खुशी खोजें और प्रसन्न रहें।
- टी एस मदान
SARAL VICHARTopics of Interest
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