जो बिना आंसू बिना आवाज के रोता है..
वह बाप होता है।
बच्चों की किस्मत के छेद को
अपनी बनियान मैं पहन लेता है वह बाप होता है।
घर में सबके लिए नए जूते आते हैं,
इसके लिए आप के तलवे घिस जाते हैं।
जो अपनी आंखों में दूसरों के सपने संजोता है...
वह बाप होता है।
सच है.. मां रखती है हमें 9 महीने कोख में,
पर 9 महीने जो दिमाग में ढोता है...
वह बाप होता है।
बाप रखवाला होता है, बाप निवाला होता है।
बाप अपनी औलाद से हारकर...मुस्कुराने वाला होता है।
बाप करता है... कहता नहीं।
जब बाप समझ में आता है..
तब तक वो पास रहता नहीं।
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पिता जीवन है, संबल है, शक्ति है।
पिता सृष्टि के निर्माण की अभिव्यक्ति है।
पिता अंगुली पकडे बच्चे का सहारा है।
पिता कभी कुछ खट्टा कभी खारा है।
पिता पालन है, पोषण है, परिवार का अनुशासन है। पिता भय से चलने वाला प्रेम का प्रशासन है।
पिता रोटी है, कपड़ा है, मकान है।
पिता छोटे से परिंदे का बड़ा आसमान है।
पिता अप्रदर्शित अनंत प्यार है।
पिता है तो बच्चो को इंतजार है।
पिता से ही बच्चों क सारे सपने है।
पिता है तो बाज़ार के सब खिलोने अपने हैं।
पिता से ही परिवार में प्रतिपल राग है।
पिता से ही माँ की बिंदी और सुहाग है।
पिता परमात्मा की जगत के प्रति आसक्ति है।
पिता गृहस्थ आश्रम में उच्च स्थिति की भक्ति है।
पिता अपनी इच्छाओं का हनन और परिवार की पूर्ति है पिता रक्त में दिए हुए संस्कारों की मूर्ति है।
पिता एक जीवन को जीवन का दान है।
पिता दुनिया दिखने का एहसान है।
पिता सुरक्षा है अगर सिर पर हाथ है।
पिता नहीं तो बचपन अनाथ है।
तो पिता से भी बड़ा तुम अपना नाम करो।
पिता का अपमान नहीं उन पर अभिमान करो।
क्यूंकि माँ बाप की कमी को कोई पाट नहीं सकता और ईश्वर भी इनके आशीष को काट नहीं सकता,
ईश्वर में किसी भी देवता का स्थान दूजा है।
माँ-बाप की सेवा ही सबसे बड़ी पूजा है।
विश्व में किसी भी तीर्थ की यात्रा सब व्यर्थ है।
यदि बेटे के होते हुए माँ-बाप असमर्थ हैं।
वो बच्चे खुशनसीब होते है, माँ-बाप जिनके साथ होते हैं।
क्योंकि माँ-बाप के आशीषों के हज़ारों हाथ होते हैं।
क्योंकि माँ-बाप के आशीषों के हज़ारों हाथ होते हैं।
- पं. ओम व्यास 'ओम'
जब तक मुझे यह समझ में आया कि मेरा पिता सही था,
तब तक मुझे गलत सिद्ध करने वाली मेरी अगली पीढ़ी बड़ी हो गई थी।
SARAL VICHAR
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